Thursday, May 2nd, 2024

मेनिट में भिड़े 200 छात्र, पुलिस कस्टडी में बिताई रात, FIR दर्ज

भोपाल। मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (मैनिट) में मंगलवार व बुधवार की दरमियानी रात थर्ड ईयर और फाइनल ईयर के छात्रों में विवाद हो गया। विवाद के चलते रात दो बजे तक पत्थरबाजी हुई। हॉस्टल क्रमांक दो में तोड़फोड हुई और खूनी सघंर्ष हुआ। इस दौरान थर्ड ईयर और फाइनल ईयर 100-100 छात्र आमने सामने थे। इस दौरान दो छात्रों को गंभीर चोटे आई है, जिन्हें नर्मदा अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 14 छात्रों को भी चोट आई है। पुलिस ने फाइनल ईयर के कुछ छात्रों को रातभर पुलिस कस्टडी में भी रखा। बुधवार को मामले की एफआईआर दर्ज की गई। स्टुडेंट काउंसलि अध्यक्ष सहित फाइनल ईयर के 14 छात्रों पर और थर्ड ईयर के 7 छात्रों पर एफआईआर दर्ज की गई है।

रात 10 बजे मैनिट कैंपस के एसबीआई एटीएम के पास स्थित पेड़ के नीचे फाइनल ईयर की एक छात्रा और एक छात्र बैठे हुए थे। इस दौरान थर्ड ईयर के कुछ छात्रों ने फाइल ईयर के छात्र और छात्रा से कहासुनी कर दी। विवाद बढ़ने पर मारपीट हुई। जब फाइनल ईयर के छात्रों को इस बात का पता लगा तो उन्होंने थर्ड ईयर के छात्रों के हॉस्टल क्रमांक दो का घेराव किया। इस दौरान रात 12 बजे से एक बजे तक हॉस्टल में जमकर पत्थर बाजी की गई। इसके जवाब में थर्ड ईयर के छात्रों ने भी पत्थरबाजी शुरू कर दी। इस बीच फाइनल के छात्र मेस का दरवाजा और खिड़की तोड़कर अंदर घूस आए और मारपीट शुरू कर दी। इस दौरान दो छात्रों को गंभीर चोट आई। चीफ वार्डन और अन्य मौके पर पहुंचे, तो छात्रों ने उनके साथ भी बदसलूकी करना शुरू कर दिया। इस दौरान 3 दरवाजे, एक दर्जन खिड़की और ट्यूबलाइट चकनाचूर हो गए।

घटना के समय हॉस्टल क्रमांक दो में चार गार्ड तैनात थे। पत्थरबाजी देखकर वे मौके से फरार हो गए। इसके बाद तो छात्रों ने जमकर खूनी संघर्ष किया। इधर प्रबंधन बीच बचाव करने में नाकाम साबित हुआ तो पुलिस बुलाई गई। पुलिस ने फाइनल के छात्रों की धरपकड़ कर इस संषर्घ पर काबू पाया। कुछ फाइनल के छात्रों को अपने साथ थाने ले गई तब जाकर विवाद थमा। 

प्रॉक्टोरियल बोर्ड 200 छात्रों के बयान दर्ज करेगा। चीफ वार्डन एनपी पाटीदार ने बताया कि बुधवार को कुछ छात्रों के बयान दर्ज किए। वहीं शेष छात्रों के बयान गुस्र्वार को दर्ज किए जाएंगे। इसके बाद जो भी छात्र दोषी पाए जाएंगे उनसे हॉस्टल में हुए तोड़फोड का हर्जाना आर्थिक दंड के रूप में वसूला जाएगा। वहीं बॉड भी भरवाएं जाएंगे। 

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